Weather Update in Hindi: यह हफ्ता बारिश वाला है. देश के अधिकतर हिस्सों में बादल छाए हुए हैं और झमाझम बरसात हो रही है. इससे कई हिस्सों में बाढ़ के हालात भी बन सकते हैं. आइए जानते हैं कि अगस्त का पहला हफ्ता कैसा रहने वाला है.
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All India Weather Update: उत्तर भारत के कई हिस्सों में इस सप्ताह मौसम का मिज़ाज बदला-बदला नजर आ रहा है. दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जैसे राज्यों में कहीं तेज़ बारिश तो कहीं हल्की बूंदाबांदी हो रही है. लेकिन अब मौसम प्रणाली में बड़ा बदलाव होने जा रहा है, जिसका असर पूरे उत्तर भारत में दिखेगा.
दिल्ली-एनसीआर में झमाझम बारिश की शुरुआत
दिल्ली और आसपास के इलाकों में बादल छाए रहेंगे और रुक-रुककर बारिश होती रहेगी. मौसम विभाग के अनुसार, आज और कल यानी 30 से 31 जुलाई के बीच दिल्ली-एनसीआर में तेज़ और बौछारों वाली बारिश की संभावना बनी हुई है. हालांकि बुधवार के बाद बारिश की तीव्रता और दायरा कम हो जाएगा. तापमान में गिरावट आ सकती है और यह सप्ताह के बाकी दिनों में 30 से 32 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहेगा.
इन राज्यों में तेज बरसात के आसार
उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान पर बना कम दबाव क्षेत्र अगले 24 घंटों में राजस्थान की ओर बढ़ेगा. 29 से 31 जुलाई के बीच राज्य के उत्तर और पूर्वी हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है. भरतपुर, अलवर, दौसा, सवाई माधोपुर, कोटपुतली, झुंझुनूं, बीकानेर, श्रीगंगानगर जैसे जिलों में बाढ़ जैसे हालात भी बन सकते हैं. हालांकि दक्षिण राजस्थान के कुछ जिले जैसे प्रतापगढ़, बांसवाड़ा और चित्तौड़गढ़ इस दौर से बच सकते हैं.
गौरतलब है कि इस बार राजस्थान में पहले से ही सामान्य से ज्यादा बारिश हो चुकी है. पश्चिमी राजस्थान में 100% और पूर्वी राजस्थान में 97% बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है. ऐसे में जमीन पहले से ही नम है और अतिरिक्त बारिश से नुकसान का खतरा बढ़ गया है.
31 जुलाई के बाद बनेगी ब्रेक-इन-मॉनसून की स्थिति
31 जुलाई के बाद देश में "ब्रेक-इन-मॉनसून" की स्थिति बन सकती है. इसका मतलब है कि मानसूनी ट्रफ (monsoon trough) हिमालय की तराई की ओर खिसक जाती है. ऐसे में दिल्ली, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश जैसे इलाकों में बारिश में अचानक कमी आ जाती है, जबकि बिहार, उत्तर बंगाल, सिक्किम, असम जैसे राज्यों में बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है.
1 अगस्त के बाद कैसा रहेगा मौसम?
ब्रेक की स्थिति में दिल्ली और एनसीआर में बारिश मुख्यतः शाम या रात में होती है, जबकि दिन में मौसम आमतौर पर साफ रहता है. तापमान हालांकि कम ही बना रहता है. इसका प्रभाव यह होगा कि 1 अगस्त के बाद मौसम की गतिविधियाँ धीमी हो जाएंगी.
दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश की संभावना कम रहेगी. हालांकि सामान्य या हल्की बारिश ही होगी. उत्तर भारत में सक्रिय बारिश का अगला चरण तब शुरू होगा जब बंगाल की खाड़ी से कोई नया सिस्टम विकसित होकर भीतर की ओर बढ़ेगा.
(साभार स्काईमेट वेदर)