Monsoon session 2025: लोकसभा में राहुल गांधी ने पहलगाम अटैक और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सरकार पर निशाना साधा. उसके बाद पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि जब पहलगाम में हमला हुआ तो ये लोग काफी ज्यादा उछल रहे थे और पूछ रहे थे 'कहां गई 56 इंच की छाती?
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PM Modi in Lok sabha: लोकसभा में आज जमकर तकरार देखने को मिल रही है. थोड़ी देर पहले राहुल गांधी ने सरकार पर बड़े सवाल खड़े किए थे. अब विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जब पहलगाम में हमला हुआ तो ये लोग काफी ज्यादा उछल रहे थे और पूछ रहे थे 'कहां गई 56 इंच की छाती? मोदी तो फेल हो गया? कांग्रेस सेना का मनोबल लगातार गिरा रही थी, कांग्रेस को सेना पर भरोसा नहीं था इन लोगों का कोई समर्थन सेना को नहीं मिला.
इसके अलावा पीएम ने कहा कि यह भारत के 'विजयोत्सव' का सत्र है. जब मैं 'विजयोत्सव' की बात कर रहा हूं, तो मैं कहना चाहूंगा, ये 'विजयोत्सव' आतंकी मुख्यालय को मिट्टी में मिलाने का है. मैं इस सदन के समक्ष भारत का पक्ष रखने के लिए यहां खड़ा हूं. जो लोग भारत का पक्ष नहीं देख पा रहे हैं, मैं उन्हें आईना दिखाने के लिए यहां खड़ा हूं. 22 अप्रैल को पहलगाम में जो क्रूर घटना घटी, जिस तरह आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों से उनका धर्म पूछकर उन्हें गोली मारी, वो क्रूरता की पराकाष्ठा थी. ये भारत को हिंसा की आग में झोंकने का एक सोचा-समझा प्रयास था. ये भारत में दंगे फैलाने की साजिश थी. आज मैं देशवासियों का धन्यवाद करता हूं कि देश ने एकजुटता के साथ उस साजिश को नाकाम कर दिया.
ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, " 22 अप्रैल के आतंकवादी हमले के मात्र 3-4 दिन बाद ही ये (कांग्रेस) उछल रहे थे और कहना शुरू किया कि कहां गई 56 इंच की छाती? कहाँ खो गया मोदी?, मोदी फेल हो गया...ये मजा ले रहे थे...पहलगाम के निर्दोष लोगों की हत्या में… pic.twitter.com/dnUiRnKNz9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 29, 2025
10 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत हो रहे एक्शन को रोकने की घोषणा की, इसे लेकर यहां भांति भांति की बातें की गईं. ये वहीं प्रोपेगेंडा है जो सीमा पार से यहां फैलाया गया है. कुछ लोग सेना द्वारा दिए गए तथ्यों की जगह पाकिस्तान के झूठे प्रचार को आगे बढ़ाने में जुटे हुए थे, जबकि भारत का रूख हमेशा स्पष्ट रहा है."
साथ ही साथ पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से यह स्पष्ट होता है कि भारत ने तीन बिंदुओं पर निर्णय ले लिया है. पहला- यदि भारत पर कोई आतंकवादी हमला होता है, तो हम अपने तरीके से, अपनी शर्तों पर और अपने समय पर जवाब देंगे. दूसरा- अब कोई परमाणु ब्लैकमेल काम नहीं करेगा, तीसरा- हम आतंकवाद का समर्थन करने वाली सरकारों और आतंकवाद के मास्टरमाइंड को अलग-अलग नहीं देखेंगे." अब हमले के बाद मास्टरमाइंड को नींद नहीं आती, उनको पता है भारत आएगा और मार कर जाएगा. यह नया सामान्य भारत द्वारा स्थापित किया गया है, 'सिंदूर से लेके सिंधु तक', हमने पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की है."