Rajiv Gandhi: ये वही मणि शंकर अय्यर जो कभी पीएम मोदी पर भी विवादित बयान के चलते चर्चा में रहे थे. अब उनके बयान से कांग्रेस को एक बार फिर असहज स्थिति का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने खुद के आइकन नेता रहे राजीव गांधी पर टिप्पणी कर दी है.
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Mani Shankar Aiyar: इसे संयोग कहें या राजनीति का तकाजा कहें कि जिन राजीव गांधी ने मणिशंकर अय्यर को राजनीति का ककहरा सिखाया अब दशकों बाद वही मणिशंकर अय्यर राजीव गांधी को अनपढ़ बता रहे हैं. हुआ यह कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे मणिशंकर अय्यर एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. इस बार उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह दो बार फेल हुए थे इसके बावजूद उन्हें प्रधानमंत्री बना दिया गया. अय्यर का यह बयान सामने आते ही राजनीतिक गलियारों में हंगामा मच गया. कांग्रेस के ही नेताओं ने उनके बयान की कड़ी आलोचना की जबकि बीजेपी ने इस मौके का फायदा उठाते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा.
कांग्रेस ने तुरंत किया विरोध.. BJP ने किया हमला
असल में मणिशंकर अय्यर के इस बयान पर कांग्रेस नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी. पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल ने इसे "बेतुका" करार देते हुए कहा कि राजीव गांधी देश के महान नेता थे. उन्होंने सूचना तकनीक के क्षेत्र में क्रांति लाई और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उनकी सराहना होती थी. अय्यर कभी खुद को उनका करीबी बताते थे. ऐसे में उनसे इस तरह की टिप्पणी की उम्मीद नहीं थी.
वहीं बीजेपी ने इस मुद्दे को लगभग लपकते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला बोला. बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने अय्यर के इंटरव्यू की एक क्लिप सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा कि सच्चाई अब सामने आ रही है. वीडियो में अय्यर कहते दिख रहे हैं कि कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में फेल होना मुश्किल होता है, क्योंकि वहां छात्रों को पास करवाने की कोशिश की जाती है. लेकिन राजीव गांधी वहां भी फेल हो गए. इसके बाद उन्होंने इम्पीरियल कॉलेज लंदन में दाखिला लिया जहां वह फिर असफल हुए. मुझे तब भी आश्चर्य था कि ऐसा व्यक्ति प्रधानमंत्री कैसे बन सकता है?
कांग्रेस ने अय्यर को बताया हताश
उधर तत्काल कांग्रेस ने मणिशंकर अय्यर के बयान से किनारा करते हुए उन्हें हताश करार दिया. कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि मैं किसी हताश व्यक्ति के बयान पर टिप्पणी नहीं करना चाहता. राजीव गांधी ने देश को आधुनिक दृष्टिकोण दिया और अर्थव्यवस्था के उदारीकरण की नींव रखी. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस के ही कुछ लोग उनके योगदान को नहीं समझते.
पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान
यह पहला मौका नहीं है जब मणिशंकर अय्यर के बयान ने कांग्रेस को मुश्किल में डाला हो. इससे पहले भी उन्होंने कई बार विवादित टिप्पणियां की हैं. 2017 में गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किया था, जिसके बाद कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था. इसके अलावा 2014 में भी उन्होंने नरेंद्र मोदी पर तंज कसा था.
Rajiv Gandhi struggled academically, even failing at Cambridge, where passing is relatively easy. He then moved to Imperial College London but failed there as well…
Many questioned how someone with his academic record could become the Prime Minister.
Let the veil be stripped. pic.twitter.com/m9serSGQMs
— Amit Malviya (@amitmalviya) March 5, 2025
गांधी परिवार से खुद को किया अलग
मणिशंकर अय्यर ने हाल ही में यह भी कहा था कि उनका राजनीतिक करियर गांधी परिवार ने बनाया और गांधी परिवार ने ही खत्म कर दिया. उन्होंने दावा किया कि सोनिया गांधी से वह पिछले 10 सालों में सिर्फ एक बार व्यक्तिगत रूप से मिले हैं. जबकि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से भी उनकी बहुत कम मुलाकात हुई है.