प्लेसहोल्डर डेटिंग का नाम तो आपने शायद पहली बार सुना होगा, लेकिन इस रिलेशनशिप में जो तरीका इसमें इस्तेमाल होता है उसके बारे में थोड़ी जानकारी जरूर होगी.
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What is Placeholder Dating: मॉर्डन जमाने में रिलेशशिप को लेकर ऐसे-ऐसे टर्म सामने आ रहे हैं, जिसे जानकर आपका सिर चकरा जाएगा. इनमें से एक है 'प्लेसहोल्ड डेटिंग' या 'प्लेसहोल्डर रिलेशनशिप' ये 2 लोगों के बीच ऐसा रिश्ता है जिसमें दोनों इंसान डेट एक दूसरे को डेट तो कर रहे हैं, लेकिन उनमें अपना फ्यूचर नहीं देख रहे. यानी जब तक उन्हें मनपसंद पार्टनर नहीं मिल रहा है, तब तक आपस में काम चला रहे हैं. 'प्लेसहोल्ड डेटिंग' एकतरफा भी हो सकती है, यानी एक पार्टनर दिल से आपके साथ रिलेशनशिप में है, लेकिन दूसरा इंसान टेम्पोरेरी तौर पर आपको डेट कर रहा है, जब तक कि उसे बेहतर लव पार्टनर न मिल जाए, यानि दोनों में से एक शख्स अनजाने में यूज हो रहा है.
'प्लेसहोल्ड डेटिंग' यानी 'टाइमपास'
प्लेसहोल्ड रेलेशनशिप उस नौकरी की तरह है जो फिलहाल कामचलाऊ है, क्योंकि अभी वो मनपसंद नौकरी नहीं मिली है, जो उसका सपना है. यानी इस तरह के रिश्ते में सिर्फ टाइमपास हो रहा है. ऐसी डेटिंग में इमोशनल अटैचमेंट या इनवेस्टमेंट की कमी होती है, जिसकी वजह से इसका लंबे वक्त तक टिक पाना मुश्किल या नामुमकिन है.
इसके नुकसान
1. वक्त की बर्बादी
अगर आप किसी इंसान के साथ सच्चे दिल से रिश्ता नहीं रख रहे, तो ये उसके और आपके वक्त की बर्बादी है, जो किसी भी लिहाज से सही नहीं मानी जा सकती. अच्छे पार्टनर की तलाश करना बुरा नहीं है, लेकिन किसी और को रिलेशनशिप में उलझाकर रखना पूरी तरह गलत है.
2. कॉन्फिडेंस को झटका
अगर आप 'प्लेसहोल्डर रिलेशनशिप' में हैं, तो एक न एक दिन आपको कमतर महसूस जरूर होगा, यानी ये फील करेंगे कि आप किसी से बेहतर नहीं हैं, इसलिए दूसरे शख्स ने लॉन्ग टर्म के लिए आपको नहीं चुना. इससे कॉन्फिडेंस में कमी आ सकती है.
3. इमोशनल ब्रेकडाउन
इंसानी रिश्ता किसी मशीन की तरह नहीं है, जिसे जब चाहा स्विच ऑन या स्विच ऑफ कर दिया. किसी भी तरह का ब्रेकअप या राहें जुदा-जुदा होना इमोशनली काफी हर्ट करता है. जिससे उबर पाने में काफी वक्त लग सकता है.
प्यार कोई खेल नहीं
'प्लेसहोल्ड डेटिंग' से आपको फिलहाल के लिए इमोशनल कंफर्ट जरूर मिल जाता है, लेकिन इससे लॉन्ग टर्म इमोशनल हार्म का खतरा हो सकता है. इससे लिए आप जिससे भी रिश्ता रखें उसको लेकर ईमानदार बने रहें, सिर्फ अपने इमोशनल गैप को भरने के लिए किसी का यूज करना पूरी तरह गलत है. एक हेल्दी रिलेशनशिप आपसी सम्मान, कमिटमेंट और ईमानदारी पर टिका होता है.