नोएडा एयरपोर्ट के पास 13300 एकड़ जमीन का होगा अध‍िग्रहण, क्‍या है यमुना अथॉर‍िटी का प्‍लान?
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नोएडा एयरपोर्ट के पास 13300 एकड़ जमीन का होगा अध‍िग्रहण, क्‍या है यमुना अथॉर‍िटी का प्‍लान?

Yamuna Authority: यीडा चाहता है कि किसान अपनी जमीन बेचने के लिए तैयार हों और उन्हें इसका फायदा मिले. यह प्रोजेक्‍ट नोएडा एयर पोर्ट के आसपास के क्षेत्र को औद्योगिक केंद्र बनाएगी. 

 

नोएडा एयरपोर्ट के पास 13300 एकड़ जमीन का होगा अध‍िग्रहण, क्‍या है यमुना अथॉर‍िटी का प्‍लान?

Noida Airport: यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yeida) ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास डेवलपमेंट के लिए 13,300 एकड़ कृषि भूमि खरीदने का प्‍लान क‍िया है. यह प्रोजेक्‍ट यमुना एक्सप्रेसवे के आसपास रहेगा और इससे क्षेत्र में इंडस्‍ट्र‍ियल ग्रोथ को बढ़ावा म‍िलेगा. यीडा (Yeida) की तरफ से जमीन को खरीदने के लिए 5,000 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है. यह जमीन उन किसानों से सीधे खरीदी जाएगी, जो अपनी जमीन बेचने को तैयार हैं. जमीन की खरीदारी गौतम बुद्ध नगर के 36 गांवों और अलीगढ़ के 5 गांवों से होगी.

5,000 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी

यीडा (Yeida) के सीईओ अरुण वीर सिंह ने कहा, 'हमें देशी और विदेशी निवेशकों से नोएडा एयर पोर्ट के पास कारोबार शुरू करने के प्रस्ताव मिल रहे हैं. इसके लिए हम जमीन खरीदकर तैयार करेंगे. 28 मार्च को हुई 84वीं बोर्ड बैठक में यीडा ने इस 5,000 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी. जमीन खरीदने के बाद वहां सड़कें, पार्क और अन्य बुनियादी सुविधाओं पर काम क‍िया जाएगा. इसके बाद जमीन निवेशकों को दी जाएगी. 250 एकड़ में लॉजिस्टिक्स हब बनाने का प्रोजेक्ट है, जिसमें 6 गोदाम और 12 स्टोर होंगे. इस हब से कम से कम 10,000 नौकरियों के मौके बनने की उम्मीद है.

गांवों में सुविधाओं पर काम कर रहा यीडा
किसानों का समर्थन पाने के लिए यीडा गांवों में सुविधाओं पर काम कर रहा है. इन गांवों में सड़कें, सीवरेज, ड्रेनेज सिस्टम, पार्क, खेल सुविधाएं और स्वास्थ्य सेवाएं शामिल हैं. इसका मकसद किसानों को इस परियोजना में ह‍िस्‍सा लेने के लिए प्रोत्साहित करना है. यीडा चाहता है कि किसान अपनी जमीन बेचने के लिए तैयार हों और उन्हें इसका फायदा मिले. यह प्रोजेक्‍ट नोएडा एयर पोर्ट के आसपास के क्षेत्र को औद्योगिक केंद्र बनाएगी. लॉजिस्टिक्स हब और अन्य व्यवसायों से हजारों नौकरियां पैदा होंगी. इससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और इकोनॉमी को बढ़ावा मिलेगा.

कब बनी यमुना अथॉर‍िटी?
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की स्थापना 24 अप्रैल 2001 को उत्तर प्रदेश सरकार ने की थी. इसका मकसद ग्रेटर नोएडा और आगरा के बीच औद्योगिक व शहरी विकास को बढ़ावा देना है. यीडा को गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा और आगरा में उद्योग विकसित करने और रोजगार पैदा करने का काम सौंपा गया है. अब तक यीडा ने एक्सप्रेसवे के किनारे 20,000 हेक्टेयर जमीन खरीदी है और आगे भी किसानों से जमीन खरीदने का काम जारी है.

कहां पर होगी जमीन?
यीडा की यह 13,300 एकड़ जमीन खरीदने की योजना नोएडा एयरपोर्ट के पास बड़े बदलाव लाएगी. 5,000 करोड़ रुपये के निवेश से औद्योगिक विकास, नौकरियां और गांवों में सुधार होगा. किसानों का सहयोग और निवेशकों की रुचि इस प्रोजेक्‍ट को सफल बनाएगी. यह क्षेत्र को आर्थिक रूप से मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम है. 

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