Israel Iran War: ईरान और इजरायल के बीच तीन दिन से चल रहे युद्ध के बीच इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का नया सनसनीखेज दावा सामने आया है. उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लेकर बड़ी बात कही है.
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Israel Iran War: ईरान से युद्ध के बीच इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने सनसनीखेज दावा किया है. नेतन्याहू ने कहा कि ईरान ने दो बार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की कोशिश की. ट्रंप उनका दुश्मन नंबर 1 है, हमारे पास खुफिया इनपुट है कि ईरान परमाणु हथियार बनाने के करीब है. हमने इजरायल को ही नहीं बल्कि दुनिया को बचाने के लिए ईरान पर हमला किया.
परमाणु बम बनाने के करीब
फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में नेतन्याहू ने कहा कि खुफिया एजेंसियां एकदम सटीक थीं कि ईरान परमाणु हथियार बनाने के करीब है. वो यूरेनियम से परमाणु बम तैयार करने जा रहे थे. वो एक महीने के भीतर परमाणु परीक्षण करने के करीब थे और एक साल के अंदर उनके हाथों में नाभिकीय हथियार होता.
हिजबुल्ला और हमास की साजिश
उन्होंने दावा किया कि ईरान ने अपनी छद्म ताकतों के सहारे (हिजबुल्ला और हमास की ओर इशारा) ट्रंप की हत्या कराने की दो बार कोशिश की. वो उनका दुश्मन नंबर वन है. जो लोग अमेरिका मुर्दाबाद के नारे लगाते हैं.बेरुत में 241 अमेरिकी सैनिकों की मौत के जिम्मेदार हैं, जिन्होंने इराक और अफगानिस्तान में अमेरिका के खिलाफ काम किया, वाशिंगटन के होटल में भी धमाका किया और अमेरिकी झंडे भी जलाए.
परमाणु हथियारों की ताकत
नेतन्याहू ने कहा, क्या आप चाहते हैं कि ऐसे लोगों के हाथों में परमाणु हथियार आए और आपके शहरों में ऐसे एटमी बम आकर गिरें. कतई नहीं, लिहाजा हमारी जिम्मेदारी है कि न केवल हम खुद को बचाएं, बल्कि दुनिया को भी हम बचा रहे हैं. ट्रंप की हत्या के अलावा वो मुझे भी मारना चाहते थे. नेतन्याहू ने खुद को ट्रंप का जूनियर पार्टनर बताया.
खमनेई को मारने की फिराक में था इजरायल, ट्रंप ने रोका
इजरायल और ईरान के युद्ध के बीच सनसनीखेज खुलासा हुआ है, जिसमें कहा जा रहा है कि इजरायल ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ल अली खमनेई की हत्या की फिराक में था, लेकिन इस प्लान पर डोनाल्ड ट्रंप ने वीटो कर दिया. रॉयटर्स ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के सबसे बड़े धार्मिक नेता खमनई की हत्या के इजरायली प्लान को रोक दिया.
अमेरिकी अफसरों ने कहा, ईरानी फौजों ने अब तक अमेरिका को निशाना नहीं बनाया.जब तक वो ऐसा नहीं करते, हम उनके नेतृत्व को निशाना बनाने की सोच नहीं सकते. नेतन्याहू से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, इजरायल को वो करता है, जो उसकी जरूरत है और अमेरिका जानता है कि उसके लिए क्या बेहतर है. हालांकि उन्होंने ये माना कि हो सकता है कि इजरायली सैन्य कार्रवाई के बाद ईरान में सत्ता परिवर्तन हो जाए.