Pakistan news: सोचिए क्या होगा उस मुल्क का जिसमें अलार्म की बैटरी तक चोर चुराकर ले जाते हैं. सरकार डैम नहीं बना पाती है. सेना रेस्क्यू के लिए नहीं पहुंच पाती और मंदबुद्धि पाकिस्तानी दलील देते हैं कि सबकुछ भारत ने किया है. अब ऐसे में क्या ही कहा जाए. अल्लाह मालिक है जिन्ना के इस मुल्क का.
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Pakistan Flood Disaster: पूरा पाकिस्तान डूब रहा है. होना तो ये चाहिए कि पाकिस्तान के हुक्मरान आते. 25 करोड़ अवाम को बचाने का कोई कारगर आइडिया सुझाते. मगर पाकिस्तानी हुक्मरानों को तो बाढ़ से मचा हाहाकार मजाक लगता है. जानते हैं बाढ़ रोकने पाकिस्तान के मंदबुद्धि मंत्री ख्वाजा आसिफ (Khawaja Asif) ने क्या फॉर्मूला बताया. फॉर्मूला ये बताया कि पाकिस्तान में जो अवैध सिगरेट (cigarette) बेची जाती है, उसे लीगल कर दिया जाए फिर टैक्स वसूला जाए, वो जो पैसा आएगा, वही पाकिस्तान को बचाएगा
पाकिस्तानी कह रहे हैं. लाहौर से लेकर इस्लामाबाद तक सैलाब है. फौजी फाउंडेशन वाले चौक पर गाड़ियां उलट चुकी हैं पानी के अंदर, इतना ज़्यादा सैलाब है. लोग पूछ रहे हैं - क्या पता है कि इस्लामाबाद में गाड़ियां क्यों बहने लगीं? क्या बस एक सिगरेट के कारण. अब ये बात आपको अजीब लग सकती है लेकिन इस्लाबाद से रावलपिंडी तक, खैबर पुख्तुनख्वां से कराची तक पाकिस्तान में बाढ़ ने जो भयानक तबाही मचाई है ना, अक्लमंद पाकिस्तानियों ने उसका सारा ठीकरा एक सिरगेट के सिर पर फोड़ दिया है.
'सिगरेट के पैसे से बांध बना लेते'
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिम ने कहा, 'जो हमारी स्मगलिंग होती है इंपोर्टेट सिगरेट की, तो वो एक सीधा-सीधा स्टडी है 250-300 अरब रुपया उस टैक्स में चोरी होता है. अगर वो 250-300 अरब हमारा चोरी ना हो तो 5 साल में हम गाजीबरोधा डैम बना सकते हैं.
जी हां, ये मूर्ख मुल्क के वही सेनापति हैं. जो ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कभी 5 राफेल गिरा रहे थे तो कभी 10 राफेल गिरा रहे थे. मगर अब जब पाकिस्तान पर तबाही टूटी है. तब भी अवाम को बचाने के बजाय बड़ी बेशर्मी से टीवी पर बैठकर उल-जुलूल दलीलें दे रहे हैं. मतलब मुनीर को मालपुए खिलाने के लिए फंड है. शरीफ की कोठी बनाने के लिए भी फंड है. मरियम को चमकाने के लिए भी फंड हैं. मगर डूबते पाकिस्तान को बचाने के लिए 250 से 300 अरब रुपये नहीं हैं पाकिस्तान के पास.
ख्वाजा का गजब ज्ञान
पाकिस्तानी पत्रकार शोहराब बरकत ने कहा, 'पाकिस्तान के अंदर जो बेशर्मी है, बेशर्मी है जो टीवी पर बैठकर उन जानों के ऊपर ठट्ठे लगाए जा रहे थे. ये इनकी प्रैक्टिकली सूरत-ए-हाल है कि आपकी तरफ डिजास्टर आ जाए तो आपने छनकना बजाना है. बड़ी खौफनाक किस्म की अल्लाहताला रहम करे. लोग बर्बाद हो गए हैं. अरबों की प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचा है. दर्जनों जानें चली गई है.
ये वही पाकिस्तानी पत्रकार हैं, जो दो ढाई महीने पहले तक भारत के बांधों को मिसाइल से उड़ा देने की धमकी दे रहे हैं. क्या तब नहीं पता था कि अगर बांध टूट गया तो क्या होगा. भाई साहब भारत के बांध ओवर फ्लो करने लगे थे. तभी पानी छोड़ा गया है. इतने में ही पूरे पाकिस्तान की आंखें बाहर गई हैं.
रिपोर्टर पानी में तैर रहे
पाकिस्तान कह रहे हैं मुल्क हाई अलर्ट पर है, पाकिस्तान की फौज हाईअलर्ट पर है, दुश्मन कोई भी कमजोर मौका देखकर कोई भी चीज कर सकता है, तो भारत पानी रोककर भी दहशत करता है. मतलब 75 साल के अंदर आज पाकिस्तान के अंदर कोई सिस्टम नहीं है कि हम भविष्यवाणी कर सकें कि 24 घंटे के अंदर बारिश होने वाली है. गाड़ियां यूं बह रही हैं पानी में, गाड़ियां ऐसे जा रही हैं बहती हुई. मोटरसाइकिलें बह रही हैं, तो कोई बाहर निकलकर भी सुरक्षित जगह पर कैसे पहुंचे. रिपोर्टर पानी में तैर रहे हैं.
जानते हैं पाकिस्तान का ये हाल सिर्फ 24 घंटे की बरसात में हुआ है. मगर नुकसान कुदरत के कारण कम और पाकिस्तानी हुक्मरानों की मूर्खता के कारण ज़्यादा हुआ. शहर के शहर टापू में तब्दील हो चुके हैं. लोगों को बचाने के लिए हेलीकॉप्टर्स को लगाना पड़ा है. अब तक 180 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इसमें 55 से ज़्यादा लोगों की मौत तो सिर्फ 24 घंटे के भीतर हुई है. चौंकाने वाली बात ये कि जिस बैराज ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में तबाही मचाई.. वहां लोगों को हटाने के लिए अलार्मिंग सिस्टम ही नहीं था.
पाकिस्तानी पत्रकार मंसूर अली खान ने मुल्क के रहनुमाओं से सवाल पूछा- 'ये अलार्म किस तरह से बजाया जा रहा है, मतलब लोगों को अलार्म बचाने के लिए हाथ वाला तरीका दिया गया है. मतलब इस दौर के अंदर भी और मुझे ये पता लगा कि यहां पर इमरजेंसी फ्लड वॉर्निंग सिस्टम होता है ना, एक्चुली लगा हुआ है, लेकिन उसकी बैटरी कोई चोरी करके ले गया.'
ये मूर्ख पाकिस्तान को डूबोकर मानेंगे!
सोचिए क्या होगा उस मुल्क का जिसमें अलार्म की बैटरी तक चोर चुराकर ले जाते हैं. सरकार डैम नहीं बना पाती है. सेना रेस्क्यू के लिए नहीं पहुंच पाती और पाकिस्तानी दलील देते हैं कि सबकुछ भारत ने किया है. क्या ही कहा जाए, अल्लाह मालिक है जिन्ना के मुल्क का.
F&Q
सवाल- पाकिस्तान में बाढ़ से इस साल कितना नुकसान हो चुका है?
जवाब- अब तक 180 की मौत हो चुकी है. अधिकारिक नुकसान का आंकड़ा 19 जुलाई तक नहीं आया.
सवाल-क्या पाकिस्तान में हर साल बाढ़ आती है और इस साल इसका कहर ज्यादा क्यों हैं?
जवाब- हां. करीब बीते एक दशक से हर साल बाढ़ हाहाकार मचा रही है. इस बार साल 2022 के बाद सबसे ज्यादा बुरे हालात हैं.
सवाल- पाकिस्तान के मंत्री ने इससे पहले विवादित अजीबोगरीब बयान कब दिया था?
जवाब- पाकिस्तानी मंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान फर्जी बेबुनियाद दावा भारत के कई राफेल गिराने का किया था.