PM Shehbaz Sharif and Munir meets Turkish President: भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर हुए अभी 15 दिन ही हुए हैं कि पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ और पाकिस्तानी सेना प्रमुख, फील्ड मार्शल जनरल असीम मुनीर तुर्की की चौखट पर सिर झुकाने पहुंच गए हैं. आइए जानते हैं आखिर क्यों तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन को धन्यवाद ये दोनों दे रहे हैं.
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Pakistani-Turkish: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पाकिस्तानी सेना प्रमुख फील्ड मार्शल जनरल असीम मुनीर ने रविवार (25 मई) को इस्तांबुल में तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन से मुलाकात की. इस दौरान शहबाज शरीफ ने भारत के खिलाफ समर्थन देने के लिए तुर्किये का शुक्रिया अदा किया है. फर्स्टपोस्ट में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह बैठक उस मामले को लेकर हुई जब तुर्की ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान का खुलकर सपोर्ट किया था. पाकिस्तानी सरकार और उनकी सेना इसके लिए शुक्रिया कहने तुर्की गई हुई है.
एर्दोगन को शहबाज ने दिया धन्यवाद
शहबाज शरीफ ने एक्स पर इस मुलाकात का जिक्र करते हुए लिखा, 'आज शाम इस्तांबुल में अपने प्रिय भाई राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन से मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. हाल ही में पाकिस्तान-भारत गतिरोध में पाकिस्तान को उनके दृढ़ समर्थन के लिए उन्हें धन्यवाद दिया, जिसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान की भारी जीत हुई. अल्हम्दोलिल्लाह! पाकिस्तान के लोगों की ओर से अपने तुर्की भाइयों और बहनों के प्रति आभार व्यक्त किया.' इस ट्वीट में भी पाकिस्तानी पीएम भी पूरी दुनिया के सामने झूठ का पुलिंदा बांधते हुए दिखें.
तुर्की के राष्ट्रपति बन रहे थे खलीफा
इसके पहले ऑपरेशन सिंदूर के बाद तुर्किये के राष्ट्रपति एर्दोगन भारत और पाकिस्तान के बीच खलीफा बनने की कोशिश कर रहे थे. उन्होंने पाकिस्तान के लोगोंं को भाई बताया था. तभी तो पीएम शहबाज शरीफ से फोन पर कहा था- हमलों में जान गंवाने वाले अपने भाइयों के लिए अल्लाह से रहम की दुआ करता हूं और पाकिस्तान के भाईचारे वाले लोगों और देश के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं.
पूरी सरकार तुर्की का कर रही चरण वंदन
इस दौरे पर शरीफ और मुनीर के साथ उप प्रधान मंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार, सूचना और प्रसारण मंत्री अताउल्लाह तरार, विशेष सहायक तारिक फातमी भी गए हुए हैं. विदेश कार्यालय के अनुसार, तुर्की में रुकने के बाद प्रधानमंत्री 25 से 30 मई तक ईरान, अजरबैजान और ताजिकिस्तान की यात्रा पर जाएंगे. यानी पाकिस्तान के पीएम हर उस देश जाने वाले हैं जिन देशों ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के समर्थन में बात कही थी. जिसमें सबसे बड़ा नाम तुर्की भी है. पाकिस्तान को तुर्की ने बकायदा ड्रोन भी दिया था कि इसके भरोसे जंग लड़े, लेकिन भारत ने ऐसा कोहराम मचाया कि चीन और तुर्की के ड्राेन-मिसाइल सब भारत की धरती पर धूल फांक रही थी. हालात यह हुआ कि अगर सीजफायर न हुआ होता तो अब तक पाकिस्तान की हालत क्या होती यह समय बताता.