हमास और इजरायल का पहला समझौता कुछ दिन पहले ही खत्म हुआ है, लेकिन दूसरे चरण का समझौता अब तक शुरू नहीं हो पाया है. ऐसे में अब इजरायल ने इसे लेकर हमास के सामने शर्त रख दी है.
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नई दिल्ली: इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सा'आर ने मंगलवार, 4 मार्च 2025 को कहा है कि इजरायल जनवरी में लागू हुए संघर्ष विराम समझौते के अगले चरण पर आगे बढ़ने के लिए तैयार है, इसके लिए इजरायल, गाजा पट्टी के सैन्यीकरण और हमास के शासन को समाप्त करने की मांग करता है. सा'आर ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, 'दूसरे चरण पर हमारा कोई समझौता नहीं है. गाजा का सैन्यीकरण पूरी तरह खत्म हो, हमास और इस्लामिक जिहाद बाहर होने चाहिए और हमारे बंधक हमें सौंपे जाएं.'
इजरायल ने रखी शर्तें
इजरायली रक्षा मंत्री ने कहा, 'अगर हमास हमारी इन मांगों पर सहमत हो जाए तो 'हम कल ही समझौते को लागू करने के लिए तैयार हैं.' सा'आर ने गाजा में मानवीय सहायता रोकने के इजरायली फैसले का भी इस दौरान बचाव किया. उन्होंने दावा किया है कि हमास इस मदद का इस्तेमाल अपने उद्देश्यों को पूरा करने के लिए कर रहा है. मंत्री का कहना है कि मानवीय आपूर्ति हमास के लिए बजट की सबसे बड़ी आय बन गई है.
वस्तुओं की सप्लाई रोकने का फैसला
इजरायल ने ऐलान किया कि वह संघर्ष विराम के पहले चरण को रमजान और पासओवर [यहूदी त्योहार] 20 अप्रैल तक बढ़ाने के प्रस्ताव का समर्थन करते हैं. उन्होंने कहा कि यह प्रस्ताव ट्रंप प्रशासन के मध्यपूर्व दूत स्टीव विटकॉफ की ओर से आया है. इजरायल ने न सिर्फ अमेरिकी प्रस्ताव को स्वीकार किया, बल्कि गाजा में सभी वस्तुओं की सप्लाई रोकने का भी फैसला किया है.
हमास ने की इजरायल की आलोचना
हमास ने अस्थायी युद्ध विराम के अमेरिकी प्रस्ताव को स्वीकारने के लिए इजरायल की आलोचना की है. फिलिस्तीनी ग्रुप के मुताबिक, यहूदी राष्ट्र का यह कदम गाजा युद्ध विराम समझौते के दूसरे चरण के लिए वार्ता को टालने की कोशिश है. हमास ने अपने एक बयान में कहा, 'हम समझौते को इसके तीन चरणों में लागू करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं, हमने समझौते के दूसरे चरण पर बातचीत शुरू करने के लिए अपनी तत्परता की बार-बार घोषणा की है.'
हमास ने कही ये बात
बयान में हमास ने आगे कहा गया, 'हम इस बात पर जोर देते हैं कि इजरायली बंधकों को वापस पाने का एकमात्र तरीका युद्धविराम समझौते का पालन करना है, दूसरे चरण को लागू करने के लिए तुरंत बातचीत शुरू करना और इजरायल का अपनी जिम्मेदारियों को लेकर प्रतिबद्ध होना है.' इस पर हमास ने कहा कि गाजा में मानवीय सहायता को रोकने का नेतन्याहू का फैसला सस्ता ब्लैकमेल, युद्ध अपराध और समझौते के खिलाफ एक जबरदस्त उल्लंघन है. फिलिस्तीनी ग्रुप ने कहा, 'मध्यस्थों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इजरायल पर दबाव बनाने और गाजा पट्टी में 2 मिलियन से अधिक लोगों के खिलाफ उसके दंडात्मक और अनैतिक उपायों को रोकने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए.'
हमास ने किया प्रस्ताव स्कीरने से इनकार
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान में कहा गया, 'बंधक समझौते के पहले चरण की समाप्ति और वार्ता जारी रखने के लिए विटकॉफ प्रस्ताव को स्वीकार करने से हमास के इनकार कर दिया है, इसके बाद प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने फैसला किया कि रविवार सुबह से ही गाजा पट्टी में सभी सामानों और आपूर्ति का प्रवेश बंद कर दया जाएगा.
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