Rakesh Roshan Discharged From Hospital: फिल्ममेकर राकेश रोशन को अब अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. उन्होंने खुद तस्वीर शेयर करते हुए इस बात की जानकारी दी है.
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अनुभवी फिल्म निर्माता राकेश रोशन ने अपनी सेहत से जुड़ी जानकारी साझा की. उन्होंने बताया कि उन्हें अचानक ही पता चला था कि उनकी दिमाग तक जाने वाली दोनों 'कैरोटिड आर्टरी' 75 प्रतिशत से ज्यादा ब्लॉक हो चुकी हैं. उन्हें इसके कोई लक्षण नहीं थे. 'कैरोटिड आर्टरी' गर्दन की मुख्य रक्त नलिकाओं को कहते हैं, जो दिमाग तक खून पहुंचाने का काम करती हैं. राकेश ने इंस्टाग्राम पर अस्पताल से एक फोटो शेयर की है. उन्होंने कहा कि ये हफ्ता उनकी आंखें खोलने वाला रहा.
इंस्टाग्राम शेयर किया पोस्ट
उन्होंने लिखा, ''यह हफ्ता मेरे लिए हैरान कर देने वाला रहा. जब मैं फुल बॉडी हेल्थ चेकअप करवा रहा था, तो हार्ट की सोनोग्राफी कर रहे डॉक्टर ने मुझे गर्दन की भी सोनोग्राफी करवाने की सलाह दी.' उन्होंने आगे लिखा, ''संयोग से हमें पता चला कि मुझे कोई लक्षण नहीं थे, फिर भी दिमाग तक जाने वाली मेरी दोनों कैरोटिड नसें 75 प्रतिशत से ज्यादा ब्लॉक थीं.''
उन्होंने कहा कि अगर इसे नजरअंदाज कर दिया जाता, तो यह बहुत खतरनाक हो सकता था. राकेश रोशन ने कहा, ''मैं तुरंत अस्पताल में भर्ती हो गया और जरूरी इलाज करवा लिया. अब मैं पूरी तरह ठीक होकर घर लौट आया हूं और जल्द ही फिर से अपनी एक्सरसाइज शुरू करने की उम्मीद करता हूं. मैं चाहता हूं कि मेरी यह बात दूसरों को भी अपनी सेहत का ध्यान रखने के लिए प्रेरित करे, खासकर दिल और दिमाग से जुड़ी सेहत का.''
कैरोटिड नसों के ब्लॉक होने का अचानक पता चला
फिल्म निर्माता ने बताया कि उन्होंने हार्ट की सीटी स्कैन और गर्दन की नसों की सोनोग्राफी करवाई, जिसे लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन 45 से 50 साल की उम्र के बाद हर किसी को यह जांच जरूर करवानी चाहिए. राकेश ने कहा, "मुझे लगता है कि यह याद रखना बहुत जरूरी है कि बीमारी से बचाव इलाज से बेहतर होता है. मैं आप सभी को एक सेहतमंद और जागरूक वर्ष की शुभकामनाएं देता हूं." बता दें कि पहले यह खबर आई थी कि राकेश रोशन ने गर्दन की एंजियोप्लास्टी करवाई है. एंजियोप्लास्टी में नस को खोलकर खून का बहाव ठीक किया जाता है.