Ahaan Panday और Aneet Padda की फिल्म 'Saiyaara' बॉक्स ऑफिस के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी छाई हुई है. कोई ड्रिप लगाकर फिल्म देख रहा है, तो कोई 'Saiyaara' देखकर फूट-फूटकर रो रहा है. ऐसे में लोग सैयारा की तुलना 'Aashiqui 2' से कर रहे हैं. लेकिन जानें कि फिल्म के कैसे Aashiqui 2 से अलग है.
Trending Photos
'आवारापन' 'आशिकी 2' जैसी फिल्मों के लिए जाने जानेवाले मोहित सूरी अपनी फिल्मों में कमाल की लव स्टोरी लेकर आते हैं. हाल ही में उनकी डायरेक्शन में बनी फिल्म ‘सैयारा’ रिलीज के साथ ही सुर्खियां बटोर रही है. लोग इस फिल्म को काफी पसंद कर रहे हैं. यहां तक कि कुछ लोग इस फिल्म को आशिकी 3 भी बता रहे हैं. मोहित सूरी की नई रोमांटिक फिल्म 'सैयारा' में लीड एक्टर्स तारीफ के लायक है, दोनों ही फिल्मी दुनिया में नए चेहरे हैं.
अहान पांडे और अनीत पड्डा ने ब्लॉकबस्टर ओपनिंग के साथ इतिहास रच दिया है, और बॉक्स ऑफिस पर अपनी शानदार सफलता जारी रखे हुए है. सैयारा’ देखने के बाद से ये फिल्म मोहित सूरी की ही पिछली फिल्मों का कॉम्बिनेशन लग रहा है. वहीं फिल्म को देखने के बाद ऑडियंस को ‘आशिकी 2’ की याद तो जरूर आई होगी. बात अगर फिल्म की स्टोरी लाइन की हो, गाने की हो या फिर एक ही चेहरे की, ‘सैयारा’ देखने के बाद से कास्ट को और कहानी को थोड़ा बदल दिया जाए, तो कई जगहों पर आपको आदित्य रॉय कपूर और श्रद्धा कपूर की ‘आशिकी 2’ की झलकियां जरूर दिखेंगी. लेकिन हम आपको बताएंगे क्यों और किन पहलुओं पर ये सैराया और आशिकी 2 अलग है...
कहानी
आशिकी 2 एक सैड लव स्टोरी कहानी है, जिसमें राहुल, एक शराबी और अपने ढलते करियर वाला सिंगर है. जबकि आरोही, एक उभरती सिंगर है. फिल्म में दोनों के बीच का रिश्ता दिखाया गया. यह कहानी सेल्फ डिस्ट्रॉय और बलिदान पर बेस्ड है. फिल्म में राहुल की लत दुखद अंत की ओर ले जाती है.
जबकि 'सैयारा' की बात करें तो ये एक होप वाली लव स्टोरी है. इसमें कृष, एक महत्वाकांक्षी म्यूजिशियन है और वाणी एक शर्मीली सिंगर जो शुरूआती अल्जाइमर से जूझ रही है. इस कहानी में प्यार के जरिय इलाज और आशा पर जोर दिया है. जहां अंत में कृष वाणी के साथ रहता है. जबकि आशिकी 2 के दुखद अंत से बिल्कुल अलग है.
प्यार
आशिकी 2 में राहुल और आरोही का रिश्ता कई बार एकतरफा लगता है. जहां राहुल का मार्गदर्शन और उसकी कमजोरियां कहानी को हावी करती हैं. राहुल की कमियां उनके रिश्ते को प्रभावित करती हैं. लेकिन सैयारा में कृष और वाणी एक-दूसरे को पूरक बनाते हैं. कृष की महत्वाकांक्षा और वाणी की गीत लेखन प्रतिभा एक संतुलित साझेदारी बनाती है. दोनों का आपसी विकास और वाणी की बीमारी का सामना करने की उनकी दृढ़ता एक समान रिश्ते को दर्शाती है.
थीम और मैसेज
थीम और मैसेज की बात करें तो आशिकी 2 प्रेम की कीमत, लत, बलिदान और प्रसिद्धि के दुष्परिणामों पर केंद्रित है. यह प्रेम के विनाशकारी पहलू को दर्शाता है, जहां राहुल अपनी कमियों से पार नहीं पाता. जबकि सैयारा प्रेम को एक उपचारक शक्ति के रूप में दिखाया गया है. वाणी का अल्जाइमर एक अनूठी चुनौती है, लेकिन कहानी आशा, फोकस और म्यूजिक के माध्यम से स्मृति की शक्ति पर जोर देती है. यह बलिदान से ज्यादा एक-दूसरे की कमियों को स्वीकार करने की बात कहता है.
फिल्म की एंडिंग
आशिकी 2 का लहजा उदास और भावनात्मक रूप से भारी है, जिसमें इसका गाना तुम ही हो निराशा और हानि की भावना को बढ़ाता है. फिल्म का अंत दुखद और अधूरी प्रेम कहानी का एहसास कराता है. सैयारा इमोशनल गहराई के साथ-साथ हल्का और आशावादी लहजा रखता है. इसके गाने, जैसे सैयारा और हमसफर, प्रेम को दिखाते हैं. फिल्म के अंत में जहां कृष वाणी को ढूंढता है और उनके रिश्ते को फिर से जीवंत करता है.