कारगिल विजय दिवस की धूम, भारत ने किया कुछ ऐसा सहम गया पाकिस्तान और उसका आका चीन
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कारगिल विजय दिवस की धूम, भारत ने किया कुछ ऐसा सहम गया पाकिस्तान और उसका आका चीन

जम्मू-कश्मीर में कारगिल विजय दिवस समारोह (Kargil Vijay Diwas 2025 celebrations) धूमधाम से मनाया जा रहा है. दौरान द्रास में भारत की ड्रोन और रोबोटिक क्षमताओं का प्रदर्शन किया गया.

कारगिल विजय दिवस की धूम, भारत ने किया कुछ ऐसा सहम गया पाकिस्तान और उसका आका चीन

India's drone and robotic capabilities: जम्मू-कश्मीर में कारगिल विजय दिवस समारोह (Kargil Vijay Diwas 2025 celebrations) धूमधाम से मनाया जा रहा है. दौरान द्रास में भारत की ड्रोन और रोबोटिक क्षमताओं का प्रदर्शन किया गया. ड्रोन ने उन्नत निगरानी क्षमताओं का प्रदर्शन किया, जो नियंत्रण रेखा (LoC) जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों की निगरानी के लिए महत्वपूर्ण हैं. ये प्रणालियां चुनौतीपूर्ण इलाकों, जैसे कि कारगिल के उच्च-ऊंचाई वाले क्षेत्रों, जो समुद्र तल से लगभग 4,000 मीटर ऊपर हैं, में स्थितिजन्य जागरूकता को बढ़ाती हैं.

भारत की शक्ति का प्रदर्शन

स्वदेशी रूप से विकसित लॉजिस्टिक ड्रोनों को उनकी उच्च ऊंचाई पर संचालन क्षमता के लिए प्रदर्शित किया गया. ये ड्रोन दूरस्थ और ऊबड़-खाबड़ स्थानों पर गोला-बारूद जैसी आपूर्ति पहुँचा सकते हैं, जिससे सैनिकों पर शारीरिक बोझ कम होता है और परिचालन दक्षता में सुधार होता है.

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प्रदर्शन में विस्फोटक दागकर दुश्मन के ठिकानों को निशाना बनाने में सक्षम ड्रोन शामिल थे, जैसा कि ऑपरेशन सिंदूर में उनकी भूमिका में देखा गया था, जहाँ उन्होंने सीमा पार आतंकवादी शिविरों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया था. यह भारत की बढ़ती सटीक हमला क्षमताओं को दर्शाता है.

सहम गया पाकिस्तान

लॉजिस्टिक ड्रोन सहित ये यूएवी, शून्य से नीचे के तापमान और कारगिल की ऊंचाई जैसी चरम स्थितियों में संचालन के लिए डिज़ाइन किए गए हैं. गश्त और भार ढोने के कार्यों के लिए डिज़ाइन किए गए रोबोटिक कुत्ते. ये प्रणालियां नियंत्रण रेखा के उबड़-खाबड़ इलाकों में गोला-बारूद जैसी आपूर्ति ले जा सकती हैं और मानव सैनिकों के लिए जोखिम कम करके सीमा सुरक्षा में सहायता कर सकती हैं. ये रोबोटिक प्रणालियाँ गश्त, टोही और रसद जैसे कार्यों के लिए सुसज्जित हैं, जिससे कठिन परिस्थितियों में सेना की परिचालन लचीलापन बढ़ता है.

इस कार्यक्रम ने स्वदेशी रक्षा प्रौद्योगिकी, आत्मनिर्भर भारत में भारत की प्रगति को रेखांकित किया.

द्रास में 26वें कारगिल विजय दिवस समारोह के दौरान भारतीय सेना के ड्रोन शो ने भारत की सैन्य प्रौद्योगिकी, विशेष रूप से मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) और रोबोटिक प्रणालियों में महत्वपूर्ण प्रगति पर प्रकाश डाला.

FAQ-

सवाल- कारगिल विजय दिवस क्यों मनाया जाता है?
जवाब- 
 यह कार्यक्रम 1999 के कारगिल युद्ध के शहीदों के सम्मान में आयोजित दो दिवसीय स्मरणोत्सव का हिस्सा था, जो पाकिस्तानी घुसपैठों पर भारत की जीत के उपलक्ष्य में 26 जुलाई को प्रतिवर्ष मनाया जाता है.

सवाल- Current Affairs Quiz: कारगिल की लड़ाई कब हुई थी?
जवाब- कारगिल युद्ध 1999 में हुआ था. इस दौरान कारगिल सेक्टर से ऑपरेशन विजय चलाकर पाकिस्तानियों को खदेड़ा गया था. कारगिल वॉर में भारतीय सेना को तीन टुकड़ियों अभिमन्यु, भीम और अर्जुन में बांटा गया था.

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