अगर आपको टॉयलेट में ज्यादा वक्त इसलिए लगता है क्योंकि पॉटी ठीक तरीके से नहीं आती, तो इसका मतलब है कि आपने खाने की सही आदतों को नहीं अपनाया है.
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Slow Eating: डाइजेशन एक कॉम्पलेक्स प्रॉसेस है जो मुंह से शुरू होता है और मल त्याग के साथ खत्म होता है. एक बेहद असरदार लेकिन अक्सर अनदेखा कर दी जाने वाली आदत जो हाजमें में काफी सुधार कर सकती है और हेल्दी इक्स्क्रीशन को बढ़ावा दे सकती है, वो है सही तरीके धीरे-धीरे खाना और भोजन को ठीक से चबाना. ये सिंपल प्रैक्टिस इस बात में बहुत बड़ा फर्क ला सकती है कि आपका शरीर भोजन को कितनी अच्छी तरह से तोड़ता है और न्यूट्रिएंट को एब्जॉर्ब करता है.
स्लो ईटिंग के फायदे
जब आप खाने को अच्छी तरह से चबाते हैं, तो आप उसे छोटे कणों में तोड़ने में मदद करते हैं, जिससे पेट के एसिड और एंजाइम्स के लिए अपना काम करना आसान हो जाता है. चबाने से लार का प्रोडक्शन भी स्टिमुलेट होता है, जिसमें एमाइलेज जैसे डाइजेस्टिव एंजाइम्स होते हैं. ये एंजाइम्स आपके मुंह में ही कार्बोहाइड्रेट का टूटना शुरू कर देते हैं, जिससे आपके पेट पर लोड कम हो जाता है.
कई परेशानियों से आजादी
धीरे-धीरे खाने से ब्रेन को पेट भरने का सिगनल मिलने का भी वक्त मिलता है, जिससे ज्यादा खाने से बचा जा सकता है. ये न सिर्फ में डाइजेशन मदद करता है बल्कि हेल्दी वेट मेंटेन करना भी आसान बना देता है. जल्दबाजी में खाना या भोजन के बड़े टुकड़े निगलने से अपच, गैस, पेट फूलना और यहां तक कि कब्ज भी हो सकता है, क्योंकि पेट को खराब तरीके से चबाए गए भोजन को प्रॉसेस करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है.
इन आदतों को भी अपनाएं
अच्छी तरह चबाने के अलावा, खाने के दौरान अपराइट पोजीशन में बैठना, टीवी या फोन जैसे डिस्ट्रैक्शंस से बचना, और भोजन से 30 मिनट पहले या बाद में पानी पीना (भोजन के दौरान नहीं) भी बेहतर डाइजेशन में मदद करता है. इससे पॉटी करना आसान हो जाता है.
सिंपल लेकिन असरदार
स्लो ईटिंग भले ही सिंपल हैबिट लगती हो, लेकिन सेहत को बेहतर रखने का ये बेहद पावरफुल तरीका है, इससे मल त्याग आसान हो जाता है, और आप रात की सांस ले पाते हैं. इसलिए बेहतर है कि आप धीरे-धीरे खाने की आदतों को अपनाएं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.