शहबाज के साथ ट्रंप का ऑयल बिजनेस कहां तक चलेगा? 25 करोड़ पाकिस्तानियों की आंखें खोल देगी ये रिपोर्ट
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शहबाज के साथ ट्रंप का ऑयल बिजनेस कहां तक चलेगा? 25 करोड़ पाकिस्तानियों की आंखें खोल देगी ये रिपोर्ट

Pakistan News: पाकिस्तानी कह रहे हैं, फील्ड मार्शल साहब ने सदर ट्रंप को तेल दे दिया है. देखिए दो चीजें हैं या तो किसी ने ट्रंप को सिंघाड़े सुंघाए या कोई फूंक मार दी है. ट्रंप ने वादा किया है कि वो पाकिस्तान का तेल निकालकर रहेंगे, सिर्फ निकालेंगे नहीं बल्कि दुनियाभर में बिकवाएंगे भी. लेकिन सवाल है कौन सा तेल जनाब?

शहबाज के साथ ट्रंप का ऑयल बिजनेस कहां तक चलेगा? 25 करोड़ पाकिस्तानियों की आंखें खोल देगी ये रिपोर्ट

Pakistan Oil Trade: पाकिस्तान में डोनल्ड ट्रंप अपनी दुकान सजाने की तैयारी में हैं. पाकिस्तान के साथ अमेरिका ने तेल निकालने की डील डन की है. लेकिन इस डील के बाद खुद पाकिस्तानी सवाल उठा रहे हैं कि पाकिस्तान में आखिर ऐसा कौन सा तेल है. जिसे लेकर अमेरिका पाकिस्तान को दौलत के सपने दिखा रहे हैं. पाकिस्तान की बंजर जमीन के नीचे तो कुछ है नहीं. ऐसे में शहबाज मुनीर की तेल मालिश के बाद ट्रंप ने जिन्नालैंड को कौन सा तेल निकालने का सपना बेचा है. तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि पाकिस्तान के साथ मिलकर ट्रंप किस तेल का बिजनेस शुरू करने जा रहे हैं.

कौन सा तेल जनाब?

पाकिस्तानी लोग कुछ गुस्से में कह रहे हैं और कुछ मौज ले रहे हैं कि फील्ड मार्शल साहब ने सदर ट्रंप को तेल दे दिया है. देखिए दो तीन चीजें या तो किसी ने डोनल्ड ट्रंप को सिंघाड़े सुंघाए हैं या डोनल्ड ट्रंप को किसी ने बड़ा कायल कर लिया है कोई फूंक मार दी है. ट्रंप ने पाकिस्तान से वादा किया है कि वो उसका तेल निकालकर रहेंगे. सिर्फ निकालेंगे नहीं बल्कि पूरी दुनिया में बिकवाएंगे भी. लेकिन सवाल है कौन सा तेल जनाब.

लेकिन सवाल ये पैदा होता है कि पाकिस्तान में तेल कहां से निकल आया. सिर्फ पाकिस्तानी ही नहीं पूरी दुनिया पूछ रही है कि ट्रंप ने जमीन से तेल का खजाना निकालकर पाकिस्तान को मालामाल करने का जो सब्ज़बाग दिखाया है उसकी हकीकत क्या है. जमीनों के नीचे तेलों के दरिया बह रहे हैं और वहां पर इतना तेल है इतना तेल है कि वो तेल पाकिस्तान बेचेगा और तेल ओ तेल कर देगा और तेलम तेल पूरी दुनिया में होगी और तेल की बोतलें हम जेबों से निकालकर पूरी दुनिया में लेकर जाएंगे और पूरी दुनिया में बिकेगा जो तेल वो पाकिस्तानी तेल होगा.

इसमें कोई शक नहीं कि पाकिस्तान वैसे भी तेलम तेल किए पड़ा है. पाकिस्तान ने अपनी जनता का तेल निकाल रखा है. पूरी दुनिया में फैली शांति का तेल निकाल रखा है.  फिर ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है. ट्रंप पाकिस्तान से और कौन सा तेल निकालेंगें?

तो इसका जवाब है डंकी ऑयल

जी हां पाकिस्तान के गधों का तेल निकालकर अब चीन को चुनौती देने की तैयारी कर चुके हैं डोनल्ड ट्रंप. क्योंकि दुनिया छोड़िये खुद पाकिस्तानियों को पता है कि उनके मुल्क में तेल कोई वजूद नहीं है और ट्रंप तेल के नाम पर कैसे पाकिस्तान को बरगला रहे हैं.
पाकिस्तानी कह रहे हैं कि यानी एक बार फिर गधा पाकिस्तान के लिए कमाऊ पूत बनने जा रहा है. क्योंकि वहां लोहा...तेल...गैस बिजली हो ना हो... गधे... माशाअल्लाह... गधे बेहिसाब हैं.

पाकिस्तान की सड़कों पर गधे हैं.
पाकिस्तान की फैक्ट्रियों में गधे हैं.
पाकिस्तान में गधों की खेती होती है.
पाकिस्तान में गधे पाले जाते हैं.

दरअसल पाकिस्तान में घोड़ों की आबादी तो थम चुकी है, गधों की तादाद में जबरदस्त इजाफा हुआ है. पाकिस्तानी लोग टीवी चैनलों में बैठकर बता रहे हैं कि लाहौर में गधों की तादाद में हर रोज इजाफा हो रहा है. महकमा-ए-लाइफ स्टॉक पंजाब के मुताबिक पाकिस्तान दुनिया में गधों की तादाद के हवाले से तीसरा बड़ा मुल्क बन चुका है.

अब तक शहबाज़ एंड कंपनी चीन को गधों की सप्लाई करके कर्ज का ब्याज चुका रही थी. लेकिन लगता है अब यही गधे अमेरिका को भी भाने लगे हैं और हो भी क्यों ना गधा नाम भले ही गाली लगे. लेकिन एक गधा हजार पाकिस्तानियों के बराबर है. क्योंकि जिस तेल का जिक्र करके अमेरिकी राष्ट्रपति ने शहबाज को बादशाहत का ख्वाब दिखाया है. वो तेल तो जिन्नालैंड में ऐसे से और कैसे भी नहीं है. लेकिन जो तेल है वो इन्हीं गधों का तेल है. सिर्फ गधे की खाल का तेल ही नहीं हर गधे का पुर्जा पुर्जा बड़ा काम का है.

- गधे की खाल से जिलेटिन यानी गोंद जैसा पदार्थ निकलता है.
- इस पदार्थ को चीन की भाषा में 'ई-जियायो' भी कहा जाता है. 
- इसका इस्तेमाल चीन में स्कीन से जुड़ी दवा बनाने में होता है. 
- वहीं जिलेटिन के जरिए यौनशक्ति बढ़ाने की दवाईयां बनती है. 
- इम्यून बूस्टर दवाओं में भी 'ई-जियायो' का प्रयोग किया जाता है. 

और जैसे ही मिस्टर ट्रंप ने ऑयल डील को डन किया. वैसे ही शहबाज सरकार पूरी शिद्दत से जुट गयी गधों की गिनती करने में. लाहौर से कराची तक, इस्लामाबाद से बलूचिस्तान तक पाकिस्तान में जितने भी गधे मौजूद है. उनकी निशानदेही की जा रही है. सर्वे के जरिए एक-एक गधे को तलाशा गया. गधों की खेती को बढ़ाने के लिए नया कर्ज लेने की भी तैयारी है. ताकि पाकिस्तान अपने नए आका अमेरिका को खुश कर सके. और गधों के तेल का खेल शुरू कर सके और अवाम, अवाम का क्या है? वो तो कुछ भी बोलती है.

'पाकिस्तान में सिर्फ गधे ही गधे हैं'

पाकिस्तान में जो है गधे बहुत ज्यादा तेजी से पैदा हो रहे हैं. 53 लाख गधे इस वक्त पाकिस्तान में है. क्यों पैदा हुए भाई. अरे भाई देख लो ना जिस तरह मुर्गियां फार्म में पैदा की जा रही है. इस तरह गधे पैदा करने शुरू कर दिए इन्होंने. चोरों की हुकूमत है तो कुछ भी हो सकता है. दुनिया में सर्वे होते है, एजुकेशन के, लीडर्स के सर्वे होते हैं,लेकिन पाकिस्तान में सर्वे हुआ कि इस मुल्क में गधे कितने हैं. पता चला कि 5.6 मिलियन गधे हैं. जब से चाइना के साथ कॉन्ट्रेक्ट हुआ है गधे बेचने का,  पाकिस्तान में गधे नहीं मिल रहे. लोगों ने गधे का रेट इतना हाई कर दिया है. लोग तंज कस रहे हैं. शहबाज की गधानॉमिक्स पर निशाना साध रहे हैं. मगर बेशर्म पाकिस्तान को इससे कहां फर्क पड़ता है, वो सिर्फ गधों की तादाद बढ़ाने में मशगूल है, ये आप आंकड़ों के जरिए समझिए.

दरअसल पाकिस्तान में साल 2019-2020 में गधों की कुल आबादी 55 लाख थी. 
ये तादाद 2020-21 में बढ़कर करीब 56 लाख पहुंच गयी. 
वहीं साल 2021-22 में गधों की तादाद 57 लाख हो गयी. 
2022-23 में ये आकंड़ा बढ़कर करीब 58 लाख जा पहुंचा.
और 2023-24 में पाकिस्तानी गधों की आबादी 60 लाख हो गयी. 
वहीं 2024-25 में पाकिस्तानी गधों की संख्या 61 लाख को पार कर चुकी है. 

दावा किया जा रहा है कि जिस रफ्तार से पाकिस्तान में गधे बढ़ रहे हैं. आने वाले कुछ सालों में पूरा पाकिस्तान गधामय हो जाएगा. यानी पाकिस्तान में सिर्फ गधे ही गधे नजर आएंगे खैर, अभी भी पाकिस्तान में गधों का ही तो राज है. मगर बड़ा सवाल ये है कि क्या पाकिस्तान चीन और अमेरिका दोनों की डिमांड पूरी कर पाएगा. क्योंकि आज की तारीख में जो पाकिस्तान का हाल है. खुद पाकिस्तानी, गधों को खाए जा रहे हैं. ऐसे में शहबाज के साथ ट्रंप का ऑइल बिजनेस कहां तक चलेगा इसका अल्लाह ही मालिक है.

FAQ

सवाल- ट्रंप ने पाकिस्तान को पुचकार कर भारत के खिलाफ क्या फैसला लिया है?
जवाब- 
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने बीती 30 जुलाई को भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने का एलान किया है. यह टैरिफ 1 अगस्त से लागू होना था, लेकिन फिर ट्रंप ने इसे 7 अगस्त तक टाल दिया. टैरिफ का एलान करते हुए ट्रंप सरकार ने कहा कि भारत द्वारा रूस से कच्चा तेल खरीदा जा रहा है, जिससे रूस को बड़ी आर्थिक मदद मिल रही है और उसके चलते रूस, यूक्रेन पर हमले जारी रखे हुए है. अमेरिका ने भारत से रूस से तेल न खरीदने को कहा था. ट्रंप ने दावा किया कि वो पाकिस्तान का तेल का बिजनेस चमका देंगे.

सवाल-  पाकिस्तान में क्या डंकी मीट खाया जाता है?
जवाब-
तमाम पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पाकिस्तान के कई इलाकों में गधे का गोश्त मिलता है. कुछ जगहों पर चीनी उसका सेवन करते हैं तो कहीं-कहीं- पाकिस्तानियों को धोखे से डंकी मीट परोसा जा रहा है. पाकिस्तानी टीवी चैनलों पर बैठने वाले पैनलिस्ट और कुछ पाकिस्तानी यू-ट्यूबर्स ने भी ऐसे दावे किए हैं.

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श्वेतांक रत्नाम्बर

जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली से जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई और पॉलिटिकल साइंस में भी ग्रेजुएशन. 21 साल से पत्रकारिता में सक्रिय. राजनीतिक खबरों से ख़ास लगाव. फिलहाल ज़ी न्यूज (...और पढ़ें

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