क्या PM मोदी-मुइज्जू की मुलाकात में चीन था मुद्दा? विदेश सचिव ने बताई अंदर की बात
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क्या PM मोदी-मुइज्जू की मुलाकात में चीन था मुद्दा? विदेश सचिव ने बताई अंदर की बात

PM Modi Maldives Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जब मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू से मुलाकात की तो क्या दोनों के बीच चीन मुद्दा था? इस पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि राष्ट्रपति मुइज्जू ने अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है कि मालदीव सुरक्षा संबंधी मुद्दों को महत्व देता है.

क्या PM मोदी-मुइज्जू की मुलाकात में चीन था मुद्दा? विदेश सचिव ने बताई अंदर की बात

India-Maldives Relations: चीन के बहकावे में आकर मालदीव ने भारत के साथ रिश्ते खराब कर लिए थे, लेकिन शुक्रवार को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) मालदीव पहुंचे तो मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू (Mohamed Muizzu) स्वागत में दौड़ पड़े. मुइज्जू खुद एयरपोर्ट पर पीएम मोदी के स्वागत में खड़े थे. पीएम मोदी और मुइज्जू की मुलाकात के बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इस बैठक के अंदर की बात बताई. लेकिन, इस दौरान चीन का नाम आना लाजिमी है. जब विक्रम मिस्री से चीन के मुद्दे पर सवाल किया गया कि क्या मोदी-मुइज्जू वार्ता में चीन को शामिल किया गया था?

मोदी-मुइज्जू की बैठक के बारे में विदेश सचिव ने क्या बताया?

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है कि मालदीव सुरक्षा संबंधी मुद्दों को महत्व देता है. उन्होंने जोर देकर कहा कि दोनों पक्षों ने एक साथ मिलकर काम जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई है. विक्रम मिस्री ने मोदी-मुइज्जू वार्ता के बाद एक ब्रीफिंग के दौरान कहा, 'राष्ट्रपति ने मालदीव द्वारा सुरक्षा संबंधी मुद्दों को दिए जाने वाले महत्व तथा दोनों पक्षों द्वारा मिलकर काम करते रहने की प्रतिबद्धता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की.' मिसरी ने कहा कि दोनों देशों के सुरक्षा अधिकारी लगातार संपर्क में हैं.

पीएम मोदी और मुइज्जू के बीच किन-किन मुद्दों पर हुई बातचीत?

मालदीव की दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने व्यापार, रक्षा और समुद्री सुरक्षा सहित कई प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने के लिए मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के साथ व्यापक वार्ता की. विदेश सचिव मिसरी ने कहा कि भारत मालदीव के साथ ऐसे सभी मुद्दों पर काम करना जारी रखेगा जो क्षेत्र में साझा सुरक्षा हितों को प्रभावित कर सकता है. मिसरी ने कहा, 'मुझे लगता है कि दोनों देशों के सुरक्षा अधिकारियों के बीच संपर्क और विभिन्न स्तरों पर बातचीत की फ्रीक्वेंसी काफी ज्यादा है. यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा बना हुआ है. हम मालदीव के साथ ऐसे किसी भी मुद्दे पर काम करना जारी रखेंगे जो क्षेत्र में साझा सुरक्षा हितों को प्रभावित कर सकता है.'

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि वार्ता के बाद हुए एक महत्वपूर्ण समझौते से मालदीव की भारत को वार्षिक ऋण अदायगी में 40 प्रतिशत की कमी आएगी. एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत-मालदीव संबंधों की जड़ें समुद्र जितनी गहरी हैं. मोदी ने कहा, 'हमारे लिए दोस्ती हमेशा सर्वोपरि है. हमारे संबंधों की जड़ें इतिहास से भी पुरानी हैं और सागर जितनी गहरी हैं.'

भारत ने शुक्रवार को मालदीव के लिए ₹4,850 करोड़ के ऋण की घोषणा की और जल्द ही एक मुक्त व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने पर सहमति व्यक्त की. प्रधानमंत्री ने संबंधों के लिए अपने दृष्टिकोण को रेखांकित करते हुए कहा कि भारत-मालदीव की दोस्ती हमेशा 'उज्ज्वल और स्पष्ट' रहेगी, चाहे परिस्थितियां कैसी भी हों.

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