झारखंड के चतरा जिले में एक बार फिर स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुल गई. प्रतापपुर प्रखंड के हिंदीयखुर्द गांव में सड़क और पुल के अभाव के कारण गर्भवती महिला सबिता देवी को एंबुलेंस तक नहीं पहुंचाया जा सका. नदी में पानी अधिक होने और रास्ता खराब होने के कारण परिजनों ने उन्हें खाट पर रखकर जंगली रास्ते से एंबुलेंस तक ले जाने की कोशिश की, लेकिन बीच रास्ते में ही प्रसव हो गया. सौभाग्य से मां और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं. यह कोई पहली घटना नहीं है, गांव में पहले भी बच्चों और महिलाओं को इस दुर्गम रास्ते की वजह से जान का खतरा हुआ है. इस मामले के बाद प्रशासन हरकत में आया है और डीडीसी ने सड़क व पुल निर्माण के लिए सर्वे शुरू करवा दिया है.