Pakud Video: बड़ी-बड़ी बातें करना अलग बात है और उसको जमीन पर उतारना अलग बात. ये जो वीडियो आप देख रहे हैं, वो सरकार के मुंह पर तमाचा है. चुनाव आते ही नेता तमाम तरह की बातें, वादे, दावे करते हैं और जब चुनाव बीत जाता है तब 5 साल की फुल मौज में जीते हैं और जनता ऐसे ही खाटों पर, बाढ़ में सूखे में, बिना बिजली, सड़क और पानी के जीवन जीने को मजबूर हो जाती है. वीडियो पाकुड़ जिले के अमड़ापाड़ा प्रखंड के डुमरचिर पंचायत स्थित बड़ा बासको गांव का है. इस गांव के लोग आज भी बीमार होने पर खटिया से लादकर अस्पताल ले जाए जाते हैं. अगर आप थोड़े भी संवेदनशील हैं तो आपको यह तस्वीर काफी तकलीफदेह लगेगी. जब भी कोई बीमार पड़ता है, तो परिजन को करीब 2 किलोमीटर कच्चे और पथरीले रास्तों से होकर मरीज को मुख्य सड़क तक पहुंचाना पड़ता है. गांव में सड़क न होने से एम्बुलेंस नहीं पहुंच पाती. सोचिए, इस बरसात में यह रास्ता कितना खतरनाक हो जाता होगा. कई बार इलाज में देरी के कारण मरीज की जान भी चली जाती है. रिपोर्ट: सोहन प्रमाणिक, पाकुड़