Sawan2025: सावन के दूसरे सोमवार को मंदिरों में भारी भीड़ देखने को मिली, श्रद्धालु 'बम बम भोले' और 'ॐ नमः शिवाय' के जयकारों के साथ भगवान शिव को जल अर्पित कर रहे हैं. सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है और चातुर्मास के समय भगवान विष्णु विश्राम पर चले जाते हैं, तब सृष्टि का कार्य भगवान शिव संभालते हैं. इस दौरान की गई पूजा, भक्ति और साधना का विशेष फल मिलता है. भक्तों का मानना है कि सावन में भगवान शिव की आराधना करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है. कावड़ यात्रा का भी विशेष महत्व है, जिसमें कावड़िए हरिद्वार से गंगाजल लाकर शिवरात्रि के दिन भगवान शिव को अर्पित करते हैं. कैथल के शिव रुद्री मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखी गईं और माहौल पूरी तरह से भक्तिमय रहा.